Atmadharma magazine - Ank 334
(Year 28 - Vir Nirvana Samvat 2497, A.D. 1971)
(Devanagari transliteration). Entry point of HTML version.

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३३४
सुखकी सहेली है
अकेली उदासीनता.
अध्यात्मनी जननी
ते उदासीनता.
तंत्री : पुरुषोत्तमदास शिवलाल कामदार * संपादक : ब्र. हरिलाल जैन
वीर सं. २४९७ श्रावण (लवाजम : चार रूपिया) वर्ष २८ : अंक १०