Atmadharma magazine - Ank 245
(Year 21 - Vir Nirvana Samvat 2490, A.D. 1964)
(Devanagari transliteration).

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ATMDHARMReg. No. G. 82
असाधारण भक्ति अने अनेरा उल्लासपूर्वक पांच हजार
जेटला यात्रिको सहित कुंदकुंदप्रभुना पावन तीर्थधामनी
यात्रा करीने नीचे पधारी रहेला कानजीस्वामीना
स्वागतनुं एक सुंदर द्रश्य
(ता. र६ जान्युआरी १९६४)
श्री दिगंबर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती प्रकाशक अने
मुदक: अनंतराय हरिलाल शेठ, आनंद प्रिन्टींग प्रेस–भावनगर.