Atmadharma magazine - Ank 271
(Year 23 - Vir Nirvana Samvat 2492, A.D. 1966)
(Devanagari transliteration).

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: ७० : आत्मधर्म : वैशाख : २४९२
रजीस्ट्रेशन ओफ न्युझ पेपर्स (सेन्ट्रल रूल्स १९प६ अन्वये) “आत्मधर्म”
संबंधमां नीचेनी विगतो प्रगट करवामां आवे छे.
१. प्रसिद्धि स्थळ : श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढ
२. प्रसिद्धि क्रम : दरेक अंग्रेजी महिनानी वीसमी तारीख
३. मुद्रकनुं नाम : अनंतराय हरिलाल शेठ
कया देशना : भारतीय
ठेकाणुं : आनंद प्रिन्टींग प्रेस, भावनगर.
४. प्रकाशकनुं नाम : श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती
जगजीवन बावचंद दोशी
कया देशना : भारतीय
ठेकाणुं : सोनगढ (सौराष्ट्र)
प. तंत्री : जगजीवन बावचंद दोशी
कया देशना : भारतीय
ठेकाणुं : स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढ.
६. सामायिकना
मालिकनुं नाम : श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ
आथी अमो जाहेर करीए छीए के उपर आवेली विगतो अमारी
जाण अने मान्यता मुजब बराबर छे. ता. १–४–६६
जगजीवन बावचंद दोशी
श्री दि. स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती