Atmadharma magazine - Ank 275a
(Year 23 - Vir Nirvana Samvat 2492, A.D. 1966)
(Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


PDF/HTML Page 41 of 45

background image
: ३८ : आत्म धर्म : आसो : २४९२
* सौथी पहेला आनंदकारी समाचार ए छे के, आपणा पूज्य तीर्थधाम श्री
सम्मेदशीखरजी–तीर्थधामनी यात्रा गुरुदेव साथे करवानी घणा भक्तोनी जे भावना हती ते
सफळ थशे. आवती साल फागण मासमां जयपुर पछी सम्मेदशिखरनी यात्रा करवानो निर्णय
गुरुदेव समक्ष नक्की थई गयो छे. तेनो विगतवार कार्यक्रम विचाराई रह्यो छे, जे नक्की थये
जणाववामां आवशे. यात्रासंघनुं प्रस्थान जयपुरथी लगभग फागण सुद त्रीजे थशे.
* पालेज शहेरना जिनमंदिरने आवती साल (२०२३ ना मागशर सुद
अगियारसे) दस वर्ष पूरा थाय छे, आ निमित्ते गुरुदेवनी मंगल छायामां उत्सव करवानी
त्यांना भाईओनी भावना थयेल, ने विनंती करेली, तेथी कारतक वदमां सोनगढथी प्रस्थान
करी, अमदावाद, वडोदरा अने मींयागाम थईने मागसर सुद चोथे गुरुदेव पालेज पधारशे,
ने त्यां आठ दिवस (मागशर सुद ११ सुधी) बिराजशे. त्यारबाद पुन: सोनगढ पधारशे.
* मोटा आंकडिया तथा जसदणमां पण दिगंबर जिनमंदिर तैयार थई रह्या छे,
त्यां पण प्रतिष्ठामहोत्सव आगामी सालमां थशे. आ उपरांत गुजरातमां हिंमतनगरमां
पण नवा जिनमंदिरमां प्रतिष्ठा महोत्सव थवानो छे; तथा राजस्थानना सायला गामे तथा
उदेपुरमां पण जिनबिंब–वेदीप्रतिष्ठा थवानी छे. आंकडियानुं मुहूर्त माह सुद एकम तथा
जसदणनुं माह सुद अगियारस छे. वींछीया–लाठी तथा राणपुरनी पण विनंती छे.
सोनगढथी लगभग पोष वद आठमे प्रस्थान करी, प्रतिष्ठा उत्सव वगेरे करी, माह वद दशमे
गुरुदेव जयपुर पधारशे.
* बोटादना दि. जैन संघनी विनंतीथी आगामी सालनी वैशाख सुद बीज त्यां
करवानुं गुरुदेवे स्वीकार्युं छे; ने वेशाख सुद बीज पहेलां आठ दिवस अगाउ गुरुदेव बोटाद
पधारशे.
* राजकोटना दि. जैन संघ तरफथी पण विनंती थई हती; बोटादमां वैशाख सुद
बीज कर्या पछी तरत राजकोट पधारवानुं गुरुदेवे स्वीकार्युं छे. अने उनाळानी रजामां
विद्यार्थीओ माटेनो जे शिक्षणवर्ग दर वर्षे सोनगढमां चाले छे, ते शिक्षणवर्ग आगामी साल
राजकोटमां चलाववानुं नक्की करवामां आव्युं छे.
* सौराष्ट्रना अनेक गामोना संघो तरफथी पण विनंती आवेल छे, ने ते संबंधी
विचारणा यात्रानो पूरो कार्यक्रम गोठवाय त्यारे नक्की थशे.