Atmadharma magazine - Ank 282
(Year 24 - Vir Nirvana Samvat 2493, A.D. 1967)
(Devanagari transliteration).

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: जाहेरात :
श्री जैन विद्यार्थी गृह, सोनगढ (सौराष्ट्र)
उपरोक्त संस्था अहीं सोनगढ (सौराष्ट्र) मां छेल्ला १प वर्षथी चाले छे.
आ संस्थामां जैनधर्मना कोईपण फिरकाना विद्यार्थीओने भेदभाव वगर प्रवेश
आपवामां आवे छे.
संस्था पोतानुं स्वतंत्र भव्य, विशाळ मकान धरावे छे.
विद्यार्थीओने सूवा माटे पलंगनी व्यवस्था छे. बीजी टर्ममां संस्था तरफथी
विद्यार्थीओ माटे टयुशननी व्यवस्था करवामां आवी छे.
अहीं धोरण–प थी धोरण–११ (मेट्रीक) सुधीना विद्यार्थीओने मासिक
भोजनना पूरी फी ना रूा. ३०) तथा ओछी फीना रूा. २०) लई दाखल करवामां आवे
छे.
अहीं एस. एस. सी. (मेट्रीक) सुधीना अभ्यास माटे गुरुकुळ हाईस्कूल छे.
अहीं अभ्यास करतां विद्यार्थीओने हाईस्कूलना व्यावहारिक अभ्यास उपरांत
धार्मिक अभ्यास पण कराववामां आवे छे. रजाना तथा तहेवारोना दिवसोए पू.
परमोपकारी आध्यात्मिक संत “श्री कानजी स्वामी”नां तत्त्वपूर्ण व्याख्यान–श्रवणनो
तथा पूजन–भक्तिनो पण अपूर्व लाभ मळे छे.
आथी दाखल थवा ईच्छाता विद्यार्थीओए ता. ३०–४–६७ सुधीमां प्रवेशपत्र
तथा नियमो मंगावी विगतो भरी ता. १प–प–६७ सुधीमां परीक्षाना वार्षिक परिणाम
साथे परत मोकलवां
लि. –
मंत्री,
जैन विद्यार्थी गृह, सोनगढ