Atmadharma magazine - Ank 302
(Year 26 - Vir Nirvana Samvat 2495, A.D. 1969)
(Devanagari transliteration).

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सोनगढमां मानस्तंभ–प्रतिष्ठा वखते सौधर्मेन्द्र तरीके श्री वछराजजी शेठ ऐरावत
हाथी उपर बेठा छे; तेमनी गोदमां बालतीर्थंकर श्रीनेमकुमारनां दर्शन थाय छे.
देखो, आ छे हाथीनुं
नानकडुं बच्चुं!
ए कांई सरकसना
खेल नथी करतुं हो,
ए तो, भावपूर्वक
नमस्कार करी रह्युं छे.
कोने, क्यां अने क्यारे?
(ते आवता अंकमां
जाणशोजी)