बंध अने संवरतत्त्वनी विपरीत श्रद्धा ...३७
निर्जरा अने मोक्षनी विपरीत श्रद्धा अने अगृहीत
मिथ्याज्ञान ...३९
निर्जरातत्त्वनी भूल ...३९
मोक्षतत्त्वनी भूल ...४०
अगृहीत मिथ्याचारित्रनुं लक्षण४०
गृहीत मिथ्यादर्शन अने कुगुरुनां लक्षण ...४१
कुदेव(मिथ्यादेव)नुं स्वरूप ...४३
कुधर्म अने गृहीत मिथ्यादर्शननुं संक्षिप्त लक्षण ...४४
गृहीत मिथ्याज्ञाननुं लक्षण ...४५
गृहीत मिथ्याचारित्रनुं लक्षण ...४७
मिथ्याचारित्रना त्यागनो अने आत्महितमां
लागवानो उपदेश ...४७
बीजी ढाळनो सारांश, भेद-संग्रह, लक्षण-संग्रह,
अंतर-प्रदर्शन अने प्रश्नावली ...४९-५४
[त्रीजी ढाळ पृ. ५५ थी ९८]
साचुं सुख; बे प्रकारे मोक्षमार्गनुं कथन ...५५
निश्चय सम्यग्दर्शन-ज्ञान-चारित्रनुं स्वरूप ...५८
व्यवहार सम्यक्त्वनुं स्वरूप ...५९
बहिरात्मा तथा उत्तम अंतरात्मानुं लक्षण ...६१
मध्यम अने जघन्य अंतरात्मा तथा सकल परमात्मा ...६३
निकल परमात्मानुं लक्षण अने परमात्माना ध्याननो उपदेश... ६५
अजीव — पुद्गल, धर्म, अधर्म द्रव्यनां लक्षण
अने भेद...६६
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