तपवीर्य --------------------------------------------------------------- ६८
एक गुणमां सर्व गुणोनुं रूप संभवे छे --------------------------------------- ७१
परिणामशकितना भेद--------------------------------------------------------- ७४
प्रदेशत्वशकित ----------------------------------------------------------------- ७६
द्रव्य-गुण-पर्यायनो विलास ---------------------------------------------------- ७९
भावभावशकित --------------------------------------------------------------- ८०
एक समयनां कारण-कार्यमां त्रण भेद ---------------------------------------- ८१
द्रव्यना कारणकार्य -----------------------------------------------------८१
गुणनां कारणकार्य -----------------------------------------------------८२
पर्यायनां कारणकार्य --------------------------------------------------- ८३
परमात्मस्वरूपनी प्राप्तिनो उपाय--------------------------------------------- ८५
सम्यक्त्वना ६७ प्रकार ------------------------------------------------८५
ज्ञाताना विचार --------------------------------------------------------------- ९१
अनंत संसार केम मटे? ------------------------------------------------------९३
मननी पांच भूमिका ---------------------------------------------------------- ९७
समाधिनुं वर्णन --------------------------------------------------------------- ९९
१. लयसमाधि---------------------------------------------------- १०२
२. प्रसंज्ञात समाधि ---------------------------------------------- १०३
३. वितर्क – अनुगत समाधि--------------------------------------- १०४
४. विचार – अनुगत समाधि ------------------------------------- १०६
५. आनंद – अनुगत समाधि-------------------------------------- १०७
६. अस्मिता – अनुगत समाधि ----------------------------------- १०८
७. निर्वितर्क – अनुगत समाधि ------------------------------------ १०९
८. निर्विचार – अनुगत समाधि ----------------------------------- १०९
९. निरानंद – अनुगत समाधि ------------------------------------ ११०
१०. निरस्मिता – अनुगत समाधि ---------------------------------- ११०
११. विवेकख्याति समाधि ----------------------------------------- १११
१२. धर्ममेघ समाधि ----------------------------------------------- ११२
१३. असंप्रज्ञात समाधि ------------------------------------------- ११२
[ १२ ]