संयमने साधनार, आतम-आराधनार,
केवळ प्रगटावनार केवा हशे?...मने कहोने० ४.
दिव्य-ज्ञानसागर, गुण-रत्नाकर,
महिमाधारक प्रभु केवा हशे?...मने कहोने० ५.
गिरनारे (समोसर्णे) नेमिनाथ बिराजता,
दिव्यध्वनिना नाद वरसावता,
वासुदेव बळदेव दिव्य नाद सुणता,
(सुर-नर-मुनिवर दिव्य नाद सुणता,)
धन्य प्रसंग ए केवा हशे?...मने कहोने० ६.
देवदुंदुभिनाद आकाशे गाजता,
इन्द्र नरेन्द्र सहु दर्शने आवता,
(देव-देवेन्द्रो जिनवरने पूजता,)
पावन प्रसंग ए केवा हशे?...मने कहोने०
मुनिओना नाथ ए केवा हशे?...मने कहोने०
त्रिभुवननाथ प्रभु केवा हशे?...मने कहोने० ७.
त्यागी जीवननी द्रढता देखाडनार,
परम वैराग्यना आदर्श बतावनार,
शिवादेवीना नंद केवा हशे?...मने कहोने०
वैरागी नाथ ए केवा हशे?...मने कहोने० ८.
चिद्भगवान गुरु! आपे समजाविया,
चिदलब्धिपंथ गुरु! आपे प्रकाशिया,
गिरनारी-नाथ कहो केवा हशे?...मने कहोने० ९.
✽
[ ५६ ]