Panchastikay Sangrah-Gujarati (Devanagari transliteration).

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भगवानश्रीकुंदकुंद-कहानजैनशास्त्रमाळा, पुष्प-७३
नमः सर्वज्ञवीतरागाय।
श्रीमद्भगवत्कुंदकुंदाचार्यदेवप्रणीत
श्री
पंचास्तिकायसंग्रह
मूळ गाथाओ, संस्कृत छाया, गुजराती पद्यानुवाद,
श्रीअमृतचंद्राचार्यदेवविरचित संस्कृत समयव्याख्या
टीका अने तेना गुजराती अनुवाद सहित
अनुवादक :
पंडितरत्न श्री हिंमतलाल जेठालाल शाह
बी. एस सी.
प्रकाशक :

श्री दिगंबर जैन स्वाध्यायमंदिर ट्रस्ट
सोनगढ - ३६४ २५०