भगवानश्रीकुंदकुंद-कहानजैनशास्त्रमाळा, पुष्प – २१२
ॐ
नमः सर्वज्ञवीतरागाय ।
श्रीमद्भगवत्योगीन्द्रदेवप्रणीत
श्री
परमात्मप्रकाश
मूळ गाथाओ, संस्कृत छाया, श्री ब्रह्मदेवजीकृत संस्कृत टीका,
पं. दौलतरामजीकृत हिन्दी अन्वयार्थ अने टीका तथा
संस्कृत टीकानो शब्दशः गुजराती अनुवाद
ः गुजराती अनुवादकः
श्री अमृतलाल माणेकलाल झाटकिया
ः प्रकाशकः
श्री दिगंबर जैन स्वाध्यायमंदिर ट्रस्ट,
सोनगढ- (सौराष्ट्र)