Pravachansar (Hindi). Prakashakiy nivedan (seventh edition).

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[ ८ ]
साहित्यप्रकाशनविभाग
श्री दिगम्बर जैन स्वाध्यायमन्दिर ट्रस्ट,
सोनगढ़३६४२५० (सौराष्ट्र)

प्रकाशकीय निवेदन
[सातवाँ संस्करण]
इस ग्रंथ प्रवचनसारका अगला संस्करण समाप्त हो जानेसे मुमुक्षुओंकी मांगको ध्यानमें
रखकर यह नवीन सातवां संस्करण प्रकाशित किया जा रहा है। इस संस्करणमें अगले
संस्करणकी क्षतियोंको सुधारनेका यथायोग्य प्रयत्न किया गया है।
प्रवचनसारमें बताये हुए भावोंको पूज्य गुरुदेवश्रीने जिस प्रकार खोला है उस प्रकार
यथार्थ समझकर, अन्तरमें उसका परिणमन करके अतीन्द्रिय ज्ञानकी प्राप्ति द्वारा अतीन्द्रिय
आनन्दको सब जीव आस्वादन करे यह अंतरीक भावना सह.....
महावीर निर्वाणोत्सव
दीपावली
ता. २६ -१० -२०११