अनुवाद तैयार थयो छे, जेओ द्रव्ये अने भावे
समयसारनी महा प्रभावना करी रह्या छे,
समयसारमां प्ररूपेली निश्चय-व्यवहारनी
संधिपूर्वक जेमनुं जीवन छे, ते परमपूज्य
परम-उपकारी सद्गुरुदेव (श्री कानजीस्वामी)ने
आ अनुवाद-पुष्प अत्यंत भक्तिभावे अर्पण
करुं छुं.
Samaysar-Gujarati (Devanagari transliteration). Arpan.
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