Shri Jinendra Stavan Mala-Gujarati (Devanagari transliteration).

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१०२ ][ श्री जिनेन्द्र
रगरगमां जिनभक्ति प्रगटतां,
सहु सिद्धि चैतन्यमां थाय....जिनधाम.
स्वयंभू विभु स्वयंप्रकाश छो,
ज्ञानेश्वर भगवान....जिनधाम.
अशेषनाणी कल्याणकारी,
सर्व विभाव विमुक्त....जिनधाम.
सरवंगे सरव ज्योत जागी,
चिद् रमे चिद्मांही....जिनधाम.
चैतन्यनाथ देखुं अहो आंगणे,
चौद ब्रह्मांड अपार....जिनधाम.
भरतक्षेत्रमां विरह हता जिनना,
आजे भेट्या भगवान....जिनधाम.
कई विध पूजुं स्तवुं हुं तुजने,
आंगणे पधार्या जिननाथ....जिनधाम.
नाचुं गाउं ने शुं रे करुं हुं,
नजरे निहाळुं सीमंधरनाथ....जिनधाम.
गुरु प्रतापे जिनेन्द्रदेव देख्या,
मनवांछित सिद्ध्या आज....जिनधाम.
गुरुदेवे जिनस्वरूप बताव्या,
बताव्या आत्मस्वरूप....जिनधाम.
देवगुरुनी महिमा अपार छे,
तुज भक्ति हो दिन रात....जिनधाम.