Atmadharma magazine - Ank 056
(Year 5 - Vir Nirvana Samvat 2474, A.D. 1948)
(Devanagari transliteration).

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। ध म न म ळ स म्य ग्द श न छ।
पू. गु रु देव श्रीनो
जन्महत्सव
वर्तमान काळमां
भरतभूमिमां धर्मयुगना
सरजनहार पू. सद्गुरुदेव श्री
कानजी स्वामीनो जन्म दिवस
वैशाख सुद २ नो छे. पू.
गुरुदेवश्रीनो जन्म ते जगतना
जीवोना उद्धारनुं कारण छे तेथी
ते प्रसंग महान महोत्सवपूर्वक
आ वर्षे उजववानुं नक्की थयुं
हतुं अने आ ५९मो जन्मोत्सव
वैशाख सुद १–२–३ ए त्रण
दिवस सुधी मुमुक्षुओए घणा
मोटा उत्साहथी उजव्यो हतो.
ज्यारथी आ
महापुरुषनी जन्मजयंतिनो
महोत्सव खास विशेषपणे
उजववानुं नक्की थयुं त्यारथी ज
मुमुक्षुसंघना हृदयोमां आनंद
अने उत्साहनुं मोजुं
(वधु माटे पाछळ जुओ)
वार्षिक लवाजम छुटक अंक
त्रण रूपिया चार आना
आत्मधर्म कार्यालय – मोटाआंकडीया – काठियावाड