Atmadharma magazine - Ank 077
(Year 7 - Vir Nirvana Samvat 2476, A.D. 1950)
(Devanagari transliteration).

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। ध म न म ळ स म्य क द श न छ ।
फागण संपादक वर्ष सातमुं
रामजी माणेकचंद दोशी
२००६ वकील अंक पांचमो
राजकोटमां पू. गुरुदेवश्रीनुं
आगमन अने
श्री जिनबिंब प्रतिष्ठानो
महा महोत्सव
परम पूज्य सद्गुरुदेवश्री कानजी स्वामी हाल
सौराष्ट्रमां विहार करी रह्या छे. तेओश्री फागण सुद १
ने शुक्रवार ता. १७–२–५० ना रोज राजकोट पधारशे;
राजकोटमां एक नवुं जिनमंदिर बंधायुं छे, तेमां श्री
जिनबिंब प्रतिष्ठानुं मुर्हूत फागण सुद १२ ने बुधवार
ता. १–३–५० नुं छे. श्री जिनबिंब प्रतिष्ठाना पंच–
कल्याणक वगेरे विधिनी शरूआत फागण सुद १ थी
थशे. ते उपरांत, सोनगढमां भगवानश्री
सीमंधरप्रभुनी प्रतिष्ठानो वार्षिकोत्सव फागण सुद २
नो छे ते पण राजकोटमां थशे.
छूटक नकल
शाश्वत सुखनो मार्ग ७७ दर्शावतुं मासिक वार्षिक लवाजम
चार आना त्रण रूपिया
अनेकान्त मुद्रणालय .
.
. मोटा आंकडिया .
.
. काठियावाड