श्री सनातन जैन शिक्षणवर्ग–सोनगढ
परीक्षा–वर्ष नवमुं
बीजी श्रेणी (मध्यम श्रेणी)
समयः– सवारना ९–१प थी ११) (ता. १–६–प३
सोमवार.
प्रश्नः १. जीवना नव अधिकारनां नाम लखी तेमांथी भोक्तृत्व अने अमूर्तत्व अधिकारमां जे जे
नयथी कथन करवामां आव्युं होय ते लखी ते दरेक नय शुं बतावे छे ते समजावो. (मार्क १८)
प्रश्नः २.क. उपयोगनी व्याख्या लखो.
ख. कोई जीव परोपकारी कार्य करवामां शरीरनो उपयोग करी शके के नहि?
ते कारण आपी समजावो.
ग. सम्यग्दर्शन अने चक्षुदर्शनमां शुं फेर छे? बंनेना द्रव्य–क्षेत्र–काळ–भाव सरखावो.
घ. एक विद्यार्थीए बीजा पासेथी मानस्तंभनी प्रतिष्ठा वखते जे निमंत्रण पत्रिका नीकळी हती
तेनी विगत सांभळी. पछी तेणे ते निमंत्रण पत्रिका पोताना हाथमां लईने मान–स्तंभनुं चित्र
जोयुं. ते तेना उपरथी मानस्तंभ केवो होय तेनो विशेष विचार करवा लाग्यो. आमां श्रवण,
चित्रनुं जोवुं, अने विशेष विचारमां कया कया उपयोग थया ते अनुक्रमे लखो. (मार्क १८)
प्रश्नः ३. नीचेनामांथी गमे ते पांचना जवाब कारण सहित लखो.
(१) चक्षुदर्शन अने अचक्षुदर्शन बंने एक ज समये होय?
(२) सम्यग्दर्शन अने सम्यग्ज्ञान बंने एक काळे होय?
(३) एक द्रव्यमां बे व्यंजनपर्याय एक ज समये होय?
(४) अस्तित्व गुण अने स्थितिहेतुत्व बंने एक द्रव्यमां एक साथे होय? ने होय तो कया द्रव्यमां?
(प) गति (गमन) अने गतिहेतुत्व बंने एक ज द्रव्यमां होय?
(६) माणस चाले छे त्यारे तेनो पडछायो तेनी साथे चाले छे?
(७) मानस्तंभनां दर्शन चक्षुथी कर्या ते चक्षुदर्शन छे? (मार्क १प)
प्रश्नः ४. नीचेना पदार्थोमां कयो अभाव छे ते कारण आपी समजावो.
(१) सिद्धपणानो संसार दशामां, (२) घडीयाळनो कांटो अने कालाणु वच्चे, (३) मति
ज्ञाननो श्रुतज्ञानमां, (४) जीवे विकार कर्यो माटे कर्म बंधाया. तेमां विकार अने कर्म वच्चे,
(प) जड ईंद्रियो अने जड मन. (मार्क १प)
प्रश्नः प. नीचेना पदार्थो द्रव्य छे, गुण छे, के पर्याय छे ते ओळखी काढो.
(१) तीखाश. (२) अचक्षुदर्शन, (३) अठवाडीयुं, (४) समुद्घात, (प) चेतन, (६)
अवगाहनहेतुत्व, (७) मृगजळ, (८) सूक्ष्मत्व. (मार्क २०)
(क) उपरना पदार्थोमांथी जे द्रव्य होय तेनो विशेष गुण लखो.
(ख) जे गुण होय ते कया द्रव्यनो ने केवी जातनो गुण छे ते जणावो.
(ग) जे पर्याय होय ते कया द्रव्यना कया गुणनो विकारी के अविकारी तेम ज अर्थ के
व्यंजनपर्याय छे ते बतावो.
प्रश्नः ६. अ. कोईपण चारनी व्याख्या लखो. (मार्क १४)
(१) वर्गणा, (२) निश्चयनय, (३) अवांतरसत्ता, (४) आहारवर्गणा, (प) लोकाकाश,
(६) चक्षुदर्शन,
ब. (१) ताव उतरी गयो, (२) एक जीवे क्रोध मटाडी क्षमा करी. आ बेमां उत्पाद, व्यय, ध्रुव समजावो.
(आ प्रश्नोना जवाबो आवता अंकमां वांचो)