Atmadharma magazine - Ank 131
(Year 11 - Vir Nirvana Samvat 2480, A.D. 1954)
(Devanagari transliteration).

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ATMADHARMA Regd. No. B. 4787
महान तत्त्वार्थशास्त्र हिन्दी भाषामां प्रकाशित थयुं छे.
मोक्षशास्त्र [सूत्रजी]
जेमां सर्वज्ञ वीतराग कथित तत्त्वार्थोना निरूपणने सुगम स्पष्ट
रीते प्रकाशमां लाववानुं विवेचन, विस्तृत प्रश्नोत्तर–परिशिष्ट, नय–
प्रमाण अने शास्त्राधार सहित होवाथी आ शास्त्रनुं समस्त
जिज्ञासुओए वांचन – मनन करवा योग्य छे.
मूल्य पडतर किंमतथी पण बे रूपिया ओछुं राखवामां आव्युं छे.
पृष्ठ–संख्या प्राय: ९००, मूल्य रूा. ५–००
वधु संख्यामां ग्रंथ मंगाववाथी पच्चीस टका कमिशन आपवामां
आवशे. पोस्टेज खर्च अलग आपवानुं रहेशे
: प्राप्ति स्थळ :
जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ [सौराष्ट्र]
श्री मानस्तंभ–फंड खाते बाकी रहेली रकमो
श्री मानस्तंभ–फंड खाते लखायेली, अगर तो प्रतिष्ठा महोत्सव प्रसंगे बोलायेली
नीचेनी रकमो आववी बाकी छे, जेमनी रकमो बाकी छे तेमनां पूरां सरनामां मळी शकतां नथी;
तेथी तेनां नामोनी यादी अहीं प्रसिद्ध करवामां आवी छे; तो जे भाई–बहेनोनी रकमो बाकी
होय तेमणे याद करीने, पोताना पूरां नाम–सरनामा सहित ते रकमो मोकली आपवा विनंती छे:
–व्यवस्थापक:
श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट
सोनगढ (सौराष्ट्र)
६१) झबकबेन ५१) वल्लभदास मथुरदास
५१) जयाकुंवरबेन ५१) वासंतीबेन
११) गोकळदास गुलाबचंद १०१) जयंतिभाई–राजकोट
३१) खीमचंद छगनलाल अजमेरा ४०) छगनलाल बेचरदास (आरतीना)
१०२) शेठ मानमलजी ६२) कल्याणमल फूलचंद, कलकत्ता.
११) रतिलाल वर्द्धमान मोदी १०१) नंदलाल जैन, कलकत्ता.
प्रकाशक : श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती जमनादास माणेकचंद रवाणी, वल्लभविद्यानगर (गुजरात)
मुद्रक : जमनादास माणेकचंद रवाणी अनेकान्त मुद्रणालय : वल्लभविद्यानगर (गुजरात)