Atmadharma magazine - Ank 137
(Year 12 - Vir Nirvana Samvat 2481, A.D. 1955)
(Devanagari transliteration).

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ATMADHARMA Regd. No. B. 4787
महान तत्त्वार्थशास्त्र हिन्दी भाषामां प्रकाशित थयुं छे.
मोक्षशास्त्र (सूत्रजी)
जेमां सर्वज्ञ वीतराग कथित तत्त्वार्थोना निरूपणने
सुगम, स्पष्ट रीते प्रकाशमां लाववानुं विवेचन,
विस्तृत प्रश्नोत्तर–परिशिष्ट, नय प्रमाण अने
शास्त्राधार सहित होवाथी आ शास्त्रनुं समस्त
जिज्ञासुए वांचन, मनन करवा योग्य छे.
मूल्य पडतर किंमतथी पण बे रूपिया ओछुं राखवामां आव्युं छे
पृष्ठ संख्या प्राय: ९००, मूल्य रूा. ५–०–०
पोस्टेज खर्च अलग आपवानुं रहेशे.
: प्राप्ति स्थळ :
श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढ [सौराष्ट्र]
प्रकाशक :– श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती जमनादास माणेकचंद रवाणी, वल्लभविद्यानगर (गुजरात)
मुद्रक :– जमनादास माणेकचंद रवाणी अनेकान्त मुद्रणालय : वल्लभविद्यानगर (गुजरात)