ATMADHARMA Regd. No. B. 4787
• सुवर्णपुरी समाचार •
मंगल कामना
परम पूज्य गुरुदेव सुखशांतिमां बिराजे छे; वैशाख सुद बीजे तेओश्रीना ६६मा वर्षमां मंगळप्रवेश
प्रसंगे आपणे सौ भक्तजनो मंगलकामनापूर्वक तेओश्रीनुं दीर्घायुष ईच्छीए छीए.
व्याख्यान
सवारना व्याख्यानमां हाल प्रवचनसार वंचाय छे, तथा बपोरना व्याख्यानमां नियमसार वंचाय छे.
आ उपरांत रात्रिचर्चा भक्ति वगेरे कार्यक्रम नियमित चाले छे.
कारणशुद्धपर्यायनी लेखमाळा
नियमसारनी ‘कारणशुद्धपर्याय’ संबंधमां पू. गुरुदेवना खास प्रवचनोनी लेखमाळा आवता अंकथी
आत्मधर्ममां शरू थशे. पू. गुरुदेवना प्रवचनोमांथी आ विषयनी जराक झांखी आ अंकमां आपी छे. आ
विषयनी विस्तारथी छणावट करीने स्पष्टतापूर्वक कारणशुद्धपर्यायनुं महत्त्व समजावनारा प्रवचनो आगामी
अंकथी शरू थशे. आ लेखमाळा लगभग आठ अंक सुधी चालशे.
क्रमबद्धपर्यायनां तेर प्रवचनो
‘क्रमबद्धपर्याय’ नुं खास स्पष्टीकरण करीने तेनुं मूळभूत तात्पर्य समजावनारा, पू. गुरुदेवना तेर
प्रवचनो आत्मधर्ममां प्रसिद्ध थई गया छे, ते जिज्ञासुओए वांच्या हशे आ प्रवचनो दरेक जिज्ञासुए वांचवा
जेवा छे. हजी पण आत्मधर्मना ग्राहक थनारने आ क्रमबद्धपर्यायना तेर प्रवचनो मळी शके छे, उपरांत
कारणशुद्धपर्यायना प्रवचनो पण मलशे.
मानस्तंभ – महोत्सव
चैत्र सुद दसमीए मानस्तंभ–प्रतिष्ठानो वार्षिक महोत्सव घणा उल्लास अने धामधूमपूर्वक ऊजवायो हतो,
चारे बाजु भव्य शणगारनी वच्चे शोभतो दिव्य मानस्तंभ, श्री जिनेन्द्रदेवना वैभवनो महिमा बतावतो हतो. ए
दिवसे सवारमां श्री देव–गुरु–शास्त्र दर्शन अने मानस्तंभने प्रदक्षिणा बाद भक्तिपूर्वक मानस्तंभनी चतुर्दिशामां
समूहपूजन थयुं हतुं. पू. गुरुदेवना खास प्रवचन बाद श्री जिनेन्द्रभगवाननी रथयात्रा नीकळी हती. बपोरना
प्रवचन पछी मानस्तंभना चोगानमां मानस्तंभ सन्मुख भक्ति थई हती. रात्रे पण भक्ति थई हती.
महवर जन्मकल्यणक उत्सव
चैत्र सुद तेरसना रोज भगवान श्री महावीरप्रभुनो जन्मकल्याणक उत्सव हतो, अने साथे साथे पू.
गुरुदेवना परिवर्तननो पण आ ज दिवस होवाथी, आजनुं सवारनुं प्रवचन ‘स्टार ओफ इंडिया’ ना मकानमां
ज्यां पू. गुरुदेवे २० वर्ष पहेलांं परिवर्तन कर्युं हतुं त्यां थयुं हतुं. प्रवचन माटे स्वाध्यायमंदिरेथी पू. गुरुदेव
साथे भक्तमंडळ महावीरभगवाननी धून गातां गातां सरघस आकारे बेन्डवाजा सहित गया हता अने त्यां पू.
गुरुदेवे महावीरभगवानना आंतरिक–अत्मिकजीवन उपर खास प्रवचन कर्युं हतुं. आ उपरांत सवारमां
महावीरपूजन अने बपोरे भगवानना जन्मोत्सव संबंधी खास भक्ति थई हती.
जैनदर्शनशिक्षणवर्ग
सोनगढमां दर वर्षनी माफक आ वर्षे पण उनाळानी रजाओ दरमियान वैशाख वद त्रीज ने सोमवार
ता. ९–प–पप थी शरू करीने, जेठ सुद नोम ने सोमवार ता. ३०–प–पप सुधी विद्यार्थीओने जैनदर्शनना
अभ्यास माटे शिक्षणवर्ग खोलवामां आवशे. विद्यार्थीओ उपरांत बीजा जिज्ञासु जैनबंधुओ पण आ वर्गनो
लाभ लई शकशे. वर्गमां दाखल थनारने माटे जमवानी तथा रहेवानी व्यवस्था श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट
तरफथी थशे. वर्ग पूरो थया पछी परीक्षा लईने प्रमाणपत्र आपवामां आवशे.
आ शिक्षण वर्गमां दाखल थवा जेमनी ईच्छा होय तेमने सूचना मोकली देवी अने वर्गमां हाजर थई
जवुं. –श्री जैन स्वाध्याय मंदिर, सोनगढ (सौराष्ट्र)
ता. क:– वर्गमां आवनार दरेक विद्यार्थीए पोतानुं बीछानुं जरूर साथे लाववुं.
मुद्रक:– जमनादास माणेकचंद रवाणी, अनेकान्त मुद्रणालय: वल्लभविद्यानगर (गुजरात)
प्रकाशक:– श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती जमनादास माणेकचंद रवाणी, वल्लभविद्यानगर (गुजरात)