लगतां बीजा पण प्रवचनोनो आ पुस्तकमां संग्रह करवामां आव्यो
छे. आत्मानो ज्ञायकस्वभाव बतावीने अंतर्मुख द्रष्टि करावनारां पू.
गुरुदेवना आ प्रवचनो खास स्वाध्याय करवा योग्य छे. आमां
प्रसिद्ध थयेलां प्रवचनो आत्मधर्म मासिकमां आवी गयां छे. आ
पुस्तक मात्र हिंदीमां ज प्रसिद्ध थयुं छे.
मूल्यः २–८–०
प्रकाशकः श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती जमनादास माणेकचंद रवाणी, वल्लभविद्यानगर (गुजरात)