अन्धकार को दूर करती है। आपने आपत्तियों की तीखी आँच मे तप–तपा कर, बाधा–
विघ्नों की कठिन कसौटी पर कस कसाकर अपने जीवन को पारस पत्थर बनाया है, जो
अपने लिये तो सब प्रकार से निःस्व है, पर जिन्दगी के लोहे की जिस लकड़ी को छू देता
है, वह मूल्य, महत्व और महिमा की दमक से सोना हो उठता है।
और अपरिमित प्रभाव की रूपरेखा शब्द नहीं आकें सकते। ओज–तेज के उस प्रकाश में,
शान्ति–सौम्यता की शीतल छाँह में जिसे भी घड़ी भर टिकने का सौभाग्य हुआ है, वही
उस शब्द–रूपहीन स्वर्गीय सुख की अनुपम अभिज्ञता से धन्य हो उठा है। आपके जीवन
का प्रवाह अपनी राह बहता है और उसके दोनों कूल धूल–सिंच कर हरे भरे लहराते हैं।
जाना है और आजीवन साधना के जो अनमोल बोल झड़ते है, उन्हें जतन से चुना है और
तब यह समझा है कि आपका व्यक्तित्व कितना पारदर्शी है, किन आदर्शो पर उसकी नींव
पड़ी है और उसके फल–फूल उसकी छाया में सन्तप्त लोक–जीवन के लिये कैसा मन्त्र है,
दुखी मानवता के लिये कैसी अमोघ औषधि है।
और अन्धकार में भटकने वाली आत्माओं की आँखोको विमल प्रकाश, लड़खड़ाते चरणों
को सच्ची सुगम राह, एवं पीड़ित जीवनों को आश्वासन की वाणी सुनाकर उन्हें सही
मंजिल की ओर चलने की सद्प्रेरणा देते रहेंगे।
दीर्घ जीवन की मंगल कामना करते है।