Atmadharma magazine - Ank 187
(Year 16 - Vir Nirvana Samvat 2485, A.D. 1959)
(Devanagari transliteration).

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–आवे छे हैडामां.....तीर्थोनी याद जो.....
कुंदकुंदाचार्यदेवना चरणकमळ
वे गुरुचरण जहां धरे....जगमें तीरथ तेह....
सौ रज मम मस्तक चढो....सेवक मांगे एह.......
(१८७)