Atmadharma magazine - Ank 201
(Year 17 - Vir Nirvana Samvat 2486, A.D. 1960)
(Devanagari transliteration).

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द्रव्यसंग्रह
(नवी आवृत्ति)
तत्त्वार्थ सूत्रनी जेम द्रव्यसंग्रह पण लगभग दरेक जैन
पाठशाळाओमां शीखवाय छे. अत्यार सुधीमां द्रव्यसंग्रहनी अनेक
आवृत्तिओ प्रगट थई गई छे. आ छेल्ली नवी आवृत्ति हालमां
प्रगट थई छे. विद्यार्थीओने तेमज जिज्ञासुओने अभ्यासमां
उपयोगी थाय तेवी शैलीथी आ नवुं संस्करण तैयार करवामां
आव्युं छे. पृष्ठसंख्या २२० किंमत ६० नवा पैसा. पोस्टेज २०
नवा पैसा. बेठी किंमत करतां किंमत ओछी राखवामां आवी छे.
प्राप्तिस्थान: श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर–सोनगढ (सौराष्ट्र)
श्रावण सुद एकम सुधीमां आपनुं
भेट पुस्तक मेळवी ल्यो
सम्यग्दर्शन” (पुस्तक बीजुं) आत्मधर्मना चालु ग्राहकोने भेट
आपवामां आव्युं छे. जे ग्राहकोए हजी सुधी पोतानुं भेट पुस्तक न मेळव्युं
होय तेमणे श्रावण सुद एकम सुधीमां रूबरू अगर तो ३प नया पैसानी
टिकिट मोकलीने पोस्टद्वारा मेळवी लेवुं. (टिकिट सोनगढ मोकलवी)
कलकत्ता, अमदावाद, राजकोट अने मुंबई तथा तेना परांओना
ग्राहकोने नीचेना स्थळेथी पुस्तको आपवानी व्यवस्था करी छे माटे त्यांथी
श्रावण सुद एक सुधीमां मेळवी लेवुं.
(१) कलकत्ता: दीपचंदजी बनाजी १४६, २ ओल्ड चाईना बजार,
कलकत्ता–१
(२) अमदावाद: चुनीलाल जीवणलाल दोशी, मंत्री, दि. जैन मुमुक्षु
मंडळ. पतासानी पोळ, महादेववाळो खांचो
(३) राजकोट: दि. जैन मंदिर, सदरमां.
(४) मुंबई: दिगंबर जैन मंदिर, १७प मुम्मादेवी रोड, मुंबई–२