दिल्हीमां विशेष धर्म प्रभावना
–पू. गुरुदेवनी जन्मजयंति प्रसंग उपर महान उत्सव–
(आ समाचार गया अंकमां मोकलेला पण तेनी शरत चूकथी छपाएला नहि.)
दिल्ही ता. प–प–६२ दर वर्षे दिल्हीमां दि. जैन मुमुक्ष्ुाु मंडळ द्वारा परम पूज्य गुरुदेवनी
जन्मजयंति उत्सव उजवाय छे, पण आ साल माननीय विशिष्ट वक्ता श्री खीमचंदभाई जे. शेठ (सोनगढ)
दिल्लीना खास आमंत्रणथी दिल्ली पधार्या हता. दिल्लीवाळाओ तरफथी अति उत्साह अने सुंदर व्यवस्था
होवाथी खास जाग्रति अने धर्म प्रभावना थई हती.
तेओश्रीए दिल्लीमां १३ दिवस रहीने हंमेशा सवारे क्रमसर जुदा जुदा जिनमंदिरमां अने रात्रे श्री
लाल मंदिरमां प्रवचननो कार्यक्रम राखेल हतो. दिल्ही जैन समाजे घणी मोटी संख्यामां भारे प्रेम अने
उत्साह सहित लाभ लीधो. शंका समाधाननो पण समय राखवामां आव्यो हतो.
दिल्हीमां आ साल पूज्य गुरुदेवनी ७३मी जन्मजयंति बहुज धुमधामथी मुमुक्षु मंडळना
तत्त्वावधानमां तथा शहेरना अग्रणी जैन महानुभावोनी उपस्थितिमां श्री लालमंदिरमां–लाला श्री
राजेन्द्रकुमारजी जैन बेंकर्स, तथा श्रीमती कान्तादेवी जैन फर्स्ट कलास मेजिस्टेटना प्रमुख पणामां
(जन्मजयंति) मनाववामां आवी हती. जेमां अपार जनसमूहे भाग लीधो हतो, मंदिरजीने उत्तम प्रकारे
शणगारवामां आवेल, पूज्य गुरुदेवश्रीनो फोटो पण राखवामां आव्यो हतो.
श्री खीमचंदभाईना १३ दिवसना प्रवचनोथी घणी धर्म प्रभावना थई, हमेशां धर्म जिज्ञासु
श्रोताओनी हाजरी घणी मोटी संख्यामां रहेती हती.
परम उपकारी पूज्य कानजी स्वामीए जैनधर्म, सम्यग्दर्शन–तथा मोक्षमार्गना स्वरूप उपर अत्यंत
स्पष्ट रूपे जे प्रकाश फेलाव्यो छे तेनुं वर्णन दिल्लीमां श्री खीमचंदभाई द्वारा स्पष्ट सांभळवा मळ्युं तेथी
श्रोताओना हृदयमां अपार प्रेम–प्रसन्नता अने बाह्यमां परम हर्षनुं स्थान बनी रह्युं हतुं.
दिल्हीमां नव सालथी तत्त्वज्ञानना प्रेमी मुमुक्षुओ द्वारा नियमित स्वाध्याय चाले छे. मुमुक्षु मंडळना
सभ्योनी सारी संख्या छे.
श्री सुरेन्द्रकुमारजी (नंदराम सुरजमल कु. ठे. चावडी बजार) मुमुक्षु मंडळना प्रमुख छे, श्रीपालजी
मंत्री छे.
दिल्हीमां दि. मुमुक्षु मंडळनी शाखाओ–
१– मुख्य श्री दि. जैन मुमुक्षु नया मंदिर ठे. २प१प १ धर्मपुरा.
२– करोल बाग, नई दिल्ही –जैन मंदिर,
३– पहाडी धीरज ”
४– पहाड गंज ”
निवेदक–श्रीपाल जैन
प– शाहदरा ” मंत्री
६– वैद्यवाडा” श्री दि. जैन मुमुक्षु मंडळ, दिल्ही
: कार्यवाहक कमिटी: