Atmadharma magazine - Ank 228a
(Year 19 - Vir Nirvana Samvat 2488, A.D. 1962)
(Devanagari transliteration).

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पूज्य भगवती बेन श्री चंपाबेन
तथा
पूज्य भगवती बेन श्री शांताबेन




















पूज्य भगवती बेन श्री चंपाबेन तथा पूज्य भगवती बेन शांताबेन पूज्य सद्गुरुदेवना
सत्समागम अर्थे २२ वरसो थयां सोनगढमां पूज्य गुरुदेव पधार्या त्यारथी छे. ते पहेलां पण घणां वर्षोथी
तेओ पूज्य गुरुदेवनां व्याख्यानश्रवण आदिनो लाभ लई रह्यां हतां. तेओनां ज्ञान, भक्ति, धर्मवत्सलता,
वैराग्य, अंतरनी उज्जवळता आदि घणी उच्च कोटिनां छे. तेओ गोगीदेवी ब्रह्मचर्य श्राविकाश्रमनी देखरेख
राखे छे. उपरांत बालब्रह्मचारी बेनोना अभ्यास बाबत वारंवार सूचनादि करे छे. ब्रह्मचारी बेनो तेमने
माता तुल्य समजे छे. पूज्य गुरुदेव कहे छे के जेनां धन्य भाग्य हशे, ते आ बेनोनी नीचे रही, धर्म अभ्यास
करी, जीवन सफल करशे. तेओ रात्रे शास्त्रवांचन बेनो समक्ष करे छे. पूज्य गुरुदेव कहे छे के ब्रह्मचारी
बेनोनुं मंडळ जाम्युं छे, ते आ बेनोनो प्रताप छे. तेमनी छत्रछाया नीचे कुमारी बेनोनुं रक्षण अने ज्ञाननुं
पोषण थाय छे.