Atmadharma magazine - Ank 228a
(Year 19 - Vir Nirvana Samvat 2488, A.D. 1962)
(Devanagari transliteration).

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पूज्य भगवती बेनो तथा छ ब्रह्मचारी बेनो
आ छ बेनोए सं. २००पना कारतक सुद १३ ना रोज पूज्य गुरुदेव समक्ष ब्रह्मचर्य प्रतिज्ञा
अंगीकार करी हती.
(१) शारदाबेन जगजीवन शाह, सुरेन्द्रनगर. हाल उमर वर्ष–२९.
(२) दयाबेन शीवलाल मेता, मोरबी. हाल उमर वर्ष–३४.
(३) कान्ताबेन माणेकचंद कामदार, अमरेली. हाल उमर वर्ष–२८.
(४) मुक्ताबेन जगजीवन दोशी, सावरकुंडला. हाल उमर वर्ष–२७.
(प) कंचनबेन मगनलाल चुडगर, वढवाण. हाल उमर वर्ष–३१.
(६) कंचनबेन छोटालाल शाह, ध्रांगध्रा. हाल उमर वर्ष–३०.
आ बेनो गोगीदेवी श्राविका ब्रह्मचर्याश्रम, सोनगढमां रहे छे, अने पूज्य गुरुदेवनां व्याख्यानोनो
लाभ ल्ये छे, अने स्वाध्याय वगेरे करे छे. आ बेनो लगभग ११–१२ वरस थयां सोनगढमां रहे छे.
तेओए जैन सिद्धान्त प्रवेशिका, छढाळा, द्रव्यसंग्रह, तत्त्वार्थसूत्रजी, समयसार, प्रवचनसार, नियमसार,
पंचास्तिकाय, मोक्षमार्ग प्रकाशक पंचाध्यायी, स्वामी कार्तिकेयानुप्रेक्षा, धवल भा–र, रत्नकरंड श्रावकाचार
वगेरे सत्शास्त्रोनो अभ्यास कर्यो छे, अने बीजां शास्त्रोनो अभ्यास करी रह्यां छे. हंमेशां जिनेन्द्र
भगवाननां दर्शन, पूजन, भक्ति करे छे. पूज्य गुरुदेवना व्याख्यानमां नियमित जाय छे. तेओ अष्ट मूळ
गुण पालन करे छे, रात्रि भोजन करता नथी, तेमने कंदमूळ आदिनो त्याग छे, यथाशक्ति आठम–चौदस
उपवासादि करे छे.