Atmadharma magazine - Ank 228a
(Year 19 - Vir Nirvana Samvat 2488, A.D. 1962)
(Devanagari transliteration).

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पूज्य भगवती बेनो तथा वीस ब्रह्मचारी बेनोनो समूह फोटो














(भादरवा सुद पंचमीने दिने १४ कुमारिका बेनोए ब्रह्मचर्य प्रतिज्ञा लीधी, त्यार बाद छठ्ठने सोमवारे
पूज्य श्री सद्गुरुदेवने आहारदान आप्या पछी करेल स्तुति.)
आज दिन सुवर्ण ऊग्यो गुरुजीना प्रतापथी,
महा भाग्य खील्यां आज मारे नाथ आव्या आंगणे.
अमे बाळना आधार गुरुजी, तरण तारण आप छो,
मुज हृदय ऊछळी जाय हुं कई विध पूजुं नाथने?
तुज गुण अपरंपार प्रभुजी बाळको केम वर्णवे?
आनंद हृदये ऊछळे प्रभु! आपनां दर्शन थकी.
नाचुं बजावुं भक्तिथी गुण गान गाउं प्रेमथी,
आ बाळ विनवे नाथ प्रभुजी! चाहुं सेवा चरणनी.
सत् पंथना प्रेरक प्रभु! जय जय थजो तुज जगतमां.
कल्याणकारी नाथ! मारां वंदन हो तुज चरणमां.
चैतन्य तणी वृद्धि करी रहुं आत्मशक्तिमां सदा,
प्रेर्या करो ए बोध मुजने, गुरु कहान उर वसिया सदा.
शुद्धात्मनी शक्ति प्रकाशी, स्वरूपगुप्त बनावजो,
मुजने तमारी साथ राखी ब्रह्मपदमां स्थापजो.
शाश्वत तीर्थमां साथ राखी, दर्शन अनंत भगवंतनां
आ दासने पंथ स्थापी, राखो तमारां चरणमां.
उपरनां कुमारिका ब्रह्मचारी बेनो उपरांत पूज्य गुरुदेवश्री पासे बेन निर्मळाबेन हरिलाल भायाणी,
उमंर व. ३८ भावनगरवाळाए सं. २०१० मां आजीवन ब्रह्मचर्य प्रतिज्ञा लीधी हती–तेओ कुमारिका
ब्रह्मचारी छे अने पू. गुरुदेवश्रीना सत्समागम अर्थे अवारनवार सोनगढ आवे छे.