Atmadharma magazine - Ank 235
(Year 20 - Vir Nirvana Samvat 2489, A.D. 1963)
(Devanagari transliteration).

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आत्मधर्मः३७:
मंगल जन्मोत्सव अंक
“आत्मधर्म” (मासिक) नी मालिकी अने तेने अंगेनी अन्य माहिती
फोर्म नं. ४ (जुओ रू A नं. ८
प्रसिद्धस्थान :– श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ
प्रकाशननी सामयिकता :– मासिक
छापनारनुं नाम :– हरिलाल देवचंद शेठ
राष्ट्रीयता :– भारतीय
सरनामुं :– आनंद प्रिंन्टींग प्रेस. स्टेशन पासे भावनगर
प्रकाशक :– श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट. सोनगढ
राष्ट्रीयता :– भारतीय
सरनामुं :– सोनगढ.
तंत्रीनुं नाम :– जगजीवन बाउचंद दोशी
राष्ट्रीयता :– भारतीय
सरनामुं :– श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर सोनगढ
मालिकनुं नाम :– श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढ (सौराष्ट्र)
हुं श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, वती जाहेर करुं छुं के उपर जणावेल हकीकत मारी समज
अने मान्यता मुजब साची छे.
प्रकाशकनी सही
जगजीवन बाउचंद दोशी
श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्टवती
पू. गुरुदेवनो प्रवास कार्यक्रम नीचे मुजब छे.
वैशाख सुद बीज (ता. २प) लाठीमां जन्मोत्सव.
वैशाख सुद ३ थी ६ (ता. २६ थी २९) सुरेन्द्रनगर (जिनमंदिरनी वर्षगांठ.)
वैशाख सुद ७ थी १३ (ता. ३० थी मे ६) जोरावरनगर (पंचकल्याणक प्रतिष्ठा.)
वैशाख सुद १४ थी वद १ (ता. ७–८–९) वढवाण शहेर.
वैशाख वद २–३–४ (ता. १०–११–१२) लीमडी.
वैशाख वद प थी ८ (ता. १३ थी १६) देहगाम (जिनबिंबवेदी–प्रतिष्ठा.)
वैशाख वद ९ थी १२ (ता. १७ थी २०) अमदावाद.
वैशाख वद १३ (ता. २१) दाहोद.
वैशाख वद १४ (ता. २२) आस्था.
वैशाख वद ०) ) थी जेठ सुद ६ (ता. २३ थी २८) भोपाल (स्वाध्याय मंदिर उद्घाटन तथा
चैत्यालयमां जिनबिंबवेदी–प्रतिष्ठा.)
जेठ सुद ७ थी १० (ता. २९ थी जुख १) ईन्दोर.