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वर्ष २० : अंक ८ मो) तंत्री : जगजीवन बावचंद दोशी (जेठ : २४८९
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वींछीयाना वडवृक्ष नीचे
........ ज्यां “कारना भणकार आव्या...
परिवर्तन पहेलां पू. गुरुदेव वींछीयाना आ वडवृक्ष नीचे जईने एकांतमां स्वाध्याय–मंथन करता
अने वींछीयामां पंचकल्याणक वखते आदिनाथ प्रभुनो दीक्षाकल्याणक अहीं थयो हतो.
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