Atmadharma magazine - Ank 237
(Year 20 - Vir Nirvana Samvat 2489, A.D. 1963)
(Devanagari transliteration).

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तंत्री: जगजीवनदास बावचंद दोशी
रथी... अने... सारथी
*
भोपाल शहेरमां
वेदीप्रतिष्ठामहोत्सव प्रसंगे
भव्य रथयात्रा प्रसंगनुं एक
यादगार द्रश्य... जेमां शांतिनाथ
भगवानना रथमां सारथी तरीके
कहानगुरु बिराजमान छे;
तेमनी जमणी तरफ
मध्यभारतना नाणांप्रधान श्री
मिश्रीलालजी गंगवाल बेठा छे;
डाबी बाजु प्रतिष्ठाकारक शेठ छे.
चिन्मूर्ति मन–रथपंथमां विद्यारथारूढ घूमतो,
ते जिनज्ञानप्रभावकर समकित द्रष्टि जाणवो.
वर्ष २०: अंक ९ मो) (२३७) (अषाड: र४८९