Atmadharma magazine - Ank 245
(Year 21 - Vir Nirvana Samvat 2490, A.D. 1964)
(Devanagari transliteration).

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पोन्नूर यात्रा–अंक आत्मधर्म : २९ :
प्रसादजीशाहूए लीधी हती. कूल उपज अंदाज पांचलाख जेटली थई हती.
प्रतिष्ठाविधि पं. श्री नाथुलालजी शास्त्रीए करावी हती. सिद्धिधामनी छायामां स्थित ए
पंचमेरू नंदीश्वर जिनालयोने नमस्कार हो.
बीजो प्रतिष्ठा–महोत्सव बनारसमां फागण सुद एकमथी पांचम सुधी
ऊजवायो. पार्श्वप्रभुनी आ जन्मनगरी फरीने पार्श्वप्रभुना जन्मकल्याणक वगेरेना
जयजयकारथी गूंजी ऊठी. अहींनुं पंचायती मंदिर नवेसरथी बंधातां तेमां पंचकल्याणक
प्रतिष्ठानो महोत्सव थयो हतो. बनारस (काशी) नी वस्ती पांच लाख जेटली छे. –
जैनोनी वस्ती बहु ज थोडी छे. उत्सव दरमियान लगभग पांच हजार माणसोनी
उपस्थिति रहेती.
आफ्रिकामां नाईरोबी शहेरमां ता. प–१–६४ ना रोज जैन स्वाध्यायमंदिरनां
शिलान्यासनो महोत्सव थयो हतो. सवारमां जिनेन्द्र भगवानना पूजन–अभिषेक बाद
श्री रामजीभाई देवराज शाहना सुहस्ते शिलान्यास थयुं, ते प्रसंगे स्थानिक अनेक
आगेवानो उपरांत मोम्बासा ने मोशी वगेरेथी कुल ८०० जेटला माणसो हता.
शिलान्यास बाद जिनेन्द्रदेवनी रथयात्रा धामधूमथी नीकळी हती, ने आफ्रिकाना
भक्तजनो आनंदथी नाची ऊठ्या हता. बपोरनी सभामां ४०० जेटला माणसो हता
ने श्री देवसीभाईए पू. गुरुदेवनो तथा सोनगढनो परिचय आप्यो हतो. आफ्रिका जेवा
देशमां पण उत्साहपूर्वक आवी धामर्मिकप्रवृत्ति बदल त्यांना सर्वे मुमुक्षुओने धन्यवाद!
रजीस्टे्रशन ओफ न्युझपेपर्स (सेन्ट्रल) रूल्स १९प६ अन्वये “आत्मधर्म”
संबंधमां नीचेनी विगतो प्रगट करवामां आवे छे.
१. प्रसिद्धिस्थळ : स्टेशन रोड, भावनगर.
र. प्रसिद्धिक्रम : दरेक अंग्रजी महिनानी दशमी तारीख.
३. मुद्रकनुं नाम : अनंतराय हरिलाल शेठ.
कया देशना : भारतीय. ठेकाणुं: आनंद प्रिन्टींग प्रेस, भावनगर.
४. प्रकाशकनुं नामःश्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ वती,
हरिलाल देवचंद शेठ, भावनगर.
कया देशना : भारतीय. ठेकाणुं: स्टेशन रोड, भावनगर.
प. तंत्री : जगजीवन बाउचंद दोशी
कया देशना : भारतीय. ठेकाणुं: सावरकुंडला
६. सामयिकना मालिकनुं नाम: श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट,
सोनगढ (सौराष्ट्र)
आथी अमो जाहेर करीए छीए के उपर आपेली विनतो अमारी
जाण अने मान्यता मुजब बराबर छे. ता. १–३–१९६४