Atmadharma magazine - Ank 246
(Year 21 - Vir Nirvana Samvat 2490, A.D. 1964)
(Devanagari transliteration).

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: ३२ : आत्मधर्म : प्र. चैत्र:
धन्य.... धन्य.... विदेहना यात्रिक
कुंदकुंदप्रभुना जीवननो साक्षात्कार करावनारुं आ भजन,
गुरुदेव साथेनी यात्रामां पोन्नूर तीर्थधाम उपर माह सुद १४ ना
रोज पू. बेनश्री–बेने अत्यंत भक्तिपूर्वक गवडाव्युं हतुं. अहा, ए
वखते कुंदकुंदप्रभुना पावन धाममां कोई अनेरा भावो जागता हता.
(राग:– चालो रे साधर्मी बेनो....)
आजे गुरुजी मारा पोन्नूरगीरी पधार्या रे...
गुरुदेवना अंतरीयामां कुंदगुरु वसीया रे... आजे०