Atmadharma magazine - Ank 249
(Year 21 - Vir Nirvana Samvat 2490, A.D. 1964)
(Devanagari transliteration).

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वर्षः २१वीर सं.
अंकः ९र४९०
२४९
तंत्री
जगजीवन बावचंद दोशी
अषाढ
[सम्मेदशिखरजी तीर्थनी तळेटी–मधुवनना जिनमंदिरमां विराजमान चोवीस
भगवंतोनी हारमाळानो एक भाग चित्रमां देखाय छे....ने यात्रा–भक्तिना मधुरा
स्मरणो जागे छे....जाणे फरीने ए नाथने नीहाळवा जईए
]