देवदेवेन्द्र महोत्सव करे ज्यां दिन दीवाथी उजवाय रे... वीरजीनुं शासन झूले रे...
शैलेशीकरणे चडया प्रभुजी अयोगीपद धर्युं आज रे... वीरजीनुं शासन झूले रे...
सर्वे कर्मनो क्षय करीने सिद्धपद प्राप्त थाय रे... वीरजीनुं शासन झूले रे...
पावापुरी सिद्धक्षेत्र प्रभुजी समश्रेणी कहेवाय रे... वीरजीनुं शासन झूले रे...
निर्वाण कल्याणक सूरपति उजवे स्वर्गेथी उतरी आज रे... वीरजीनुं शासन झूले रे...
अखंडानंद स्वरूप प्रगटावी पहोंच्या शिवपुर धाम रे... वीरजीनुं शासन झूले रे...