Atmadharma magazine - Ank 270
(Year 23 - Vir Nirvana Samvat 2492, A.D. 1966)
(Devanagari transliteration).

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: ३२ : आत्मधर्म : चैत्र : २४९२
४६९ अविचल त्रिलोकचन्द जैन इन्दोर ४९२ विमलाकुमारी जैन
४७० ममताबेन जैन खंडवा ४९३ प्रेमलता जैन
४७१ सुमनकुमारी शांतिकुमार जैन पायगढ ४९४ लीलाकुमारी जैन
४७२ राजेन प्रफुलचंद्र जैन जमशेदपुर ४९प प्रीतमकुमारी जैन
४७३ जयश्री अनोपचंद जैन रांची ४९६ कमलाकुमारी सोभागमलजी जैन
४७४ गुणवंत चीमनलाल जैन हिंमतनगर ४९७ कमलाकुमारी सूरजमलजी जैन
४७प अनिल चीमनलाल जैन ४९८ सोभागकुमारी जैन
४७६ निपुर्णा चीमनलाल जैन ४९९ शान्ताकुमारी जैन
४७७ अशोक नंदलाल जैन वढवाण शहेर प०० पतासी जैन
४७८ उमरावकुमारी जैन बडी सादडी प०१ कान्ताकुमारी जैन
४७९ मुन्नाकुमारी एम जैन प०२ अतुल मुकुन्दराय जैन मुंबई–२
४८० मुन्नाकुमारी जी जैन प०३ प्रदीप मुकुन्दराय जैन
४८१ देवकुमारी जी जैन प०४ निरूपम मुकुन्दराय जैन
४८२ सुशीलाकुमारी के जैन प०प पंकज मुकुन्दराय जैन
४८३ शुशीलाकुमारी वी. जैन प०६ वर्षा मुकुन्दराय जैन
४८४ कौशल्याकुमारी जैन प०७ मुदुला भूरालाल जैन गढडा
४८प भमिताकुमारी जैन प०८ महेन्द्र भूरालाल जैन
४८६ कमलाकुमारी जैन प०९ चंद्रकान्त रसिकलाल जैन
४८७ निर्मलाकुमारी जैन प१० नीतिन रमणीकलाल जैन
४८८ कान्ताबहन जैन प११ दिपक रमणीकलाल जैन
४८९ रतनप्रभा जैन प१२ जितेन्द्र रसिकलाल जैन
४९० इन्दुबाला जैन प१३ दीपक रसिकलाल जैन
४९१ निर्मलाकुमारी जैन प१४ सुलोचना चंदुलाल जैन फत्तेपुर
ता. ८–२–६६ (फागण वद २) सुधीमां थयेला बालविभागना सभ्योनां नाम
अहीं आप्या छे. बधाय उत्साही बालसभ्योने धन्यवाद! कोईनुं नाम रही गयुं होय तो
फरीने लखजो. प०६ नंबर सुधीना बधा बाळकोने ‘दर्शनकथा’ नुं भेटपुस्तक मोकलाई
गयुं छे. बधायने ते वार्ता गमी हशे, ने सो जिनेन्द्र भगवानना दर्शन होंशथी करता
हशो. बालविभागना सभ्य हजी पण थई शकाय छे. ते माटे तमारुं नाम, सरनामुं,
उमर, अभ्यास ने जन्मदिवस–(संपादक आत्मधर्म–सोनगढ, सौराष्ट्र ए सरनामे)
लखी मोकले.