सं. १९९७ ना फागणसुद बीजे सोनगढमां श्री सीमंधरप्रभुनी प्रतिष्ठा थई, ने
२०२२ ना फागण सुद बीजे प्रभुजीनी पधरामणीना पचीस वर्ष पूर्ण थतां
जिनमंदिरनो रजतजयंति महोत्सव आनंदोल्लासपूर्वक उजवायो हतो. माह वद दशमथी
शरू करीने फागण सुद बीज सुधीना आठ दिवसनो अठ्ठाई महोत्सव थयो हतो. हंमेशा
विशेष पूजन–भक्ति उपरांत बालिकाओए देवगुरुना महिमा संबंधी नाटक कर्युं हतुं,
तेमज विधार्थीगृहे अकलंक–निकलंकनुं नाटक (बलिदान अने प्रभावना) कर्युं हतुं.
कहानगुरुए पण पूजनमां भाग लीधो हतो. प्रवचन पछी भगवाननी रथयात्रा
नीकळी हती. रजतना रथमां सीमंधरस्वामी बिराजता हता; भव्य रथयात्रामां प्रभुना
सारथी तरीके प्रभुना भक्त कहान बिराजता हता; ने अत्यंत भक्तिपूर्वक सौ भक्तो
रथने चलावता हता आम रथयात्रा घणी उमंगभरी बनी हती. रथयात्रा बाद
जिनमंदिरना शिखर उपर नवीन ध्वजारोहण थयुं हतुं. आम आठ दिवसनो
रजतजयंति उत्सव आनंदथी उजवायो हतो.