Atmadharma magazine - Ank 270
(Year 23 - Vir Nirvana Samvat 2492, A.D. 1966)
(Devanagari transliteration).

< Previous Page  


PDF/HTML Page 53 of 53

background image
Atmadharma Regd. No. 182
श्री जैन विधार्थी गृह–सोनगढ
(१) आ संस्थामां जैन धर्मनाकोईपण फीरकाना विद्यार्थीओने भेदभाव वगर दाखल करवामां
आवे छे.
(२) गुजराती पांचमां धोरणथी एस. एस. सी (मेट्रीक) सुधीना १० थी १८ वर्षनी उंमरना
विद्यार्थीओने दाखल करवामां आवे छे.
(३) मासिक भोजननो चार्ज पुरी फीना रूा. २प) तथा ओछी फीना रूा. १प) लेवामां आवे छे.
(४) आगामी वर्षथी बीजी टर्ममां डीसेम्बरथी मार्च सुधी चार मास माटे विद्यार्थीओने टयुशन
आपवानी व्यवस्था करवानुं नक्की करवामां आवेल छे.
(प) संस्थानुं नवुं सत्र (टर्म) ता. १प मी जुनथी शरू थशे.
(६) दाखल थवा ईच्छता विद्यार्थीओए ता. २प मी एप्रील सुधीमां प्रवेशपत्रो अने नियमो
मंगावी ते विगतवार भरी वार्षिक परीक्षाना परिणाम साथे ता. १पमी मे सुधीमां
मोकलवां.
ली मलुकचंद छोटालाल शाह
श्री जैन विद्यार्थी गृह, सोनगढ
* गृहपतीनी जरूर छे *
आ जैन विद्यार्थी गृह माटे विद्यार्थीओ उपर बराबर ध्यान राखी शके अने तेमने टयुशन
आपी शके एवा सुशिक्षित जैन गृहपतिनी जरूर छे. जे नामुं तथा कोठार कामना पण जाणकार
होवा जोईए. पगार लायकात प्रमाणे आपवामां आवशे.
रहेवा ईच्छता उमेदवार पोताना हस्ताक्षरमां शैक्षणिक लायकात, अनुभव, उंमर, गाम,
अपेक्षित पगार विगेरे दर्शावी नीचेना सरनामे अरजी करवी.
अने ज्यारे रूबरू मुलाकात अर्थे बोलाववामां आवे त्यारे तेणे पोताना खर्चे प्रमाणपत्रो
तथा भलामण पत्रो साथे अहीं हाजर थवुं.
ली. ट्रस्टीओ तथा मंत्रीओ
श्री जैन विद्यार्थी गृह सोनगढ (सौराष्ट्र)
श्री दिगंबर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती प्रकाशक अने