Atmadharma magazine - Ank 274
(Year 23 - Vir Nirvana Samvat 2492, A.D. 1966)
(Devanagari transliteration).

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ATMADHARM Regd. No. 182
सम्मेदशिखर–समाचार
श्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमिटि तरफथी आ समाचार जाणीने
सर्वे तीर्थभक्त जिज्ञासुओने हर्ष थशे के, महानतीर्थंराज सम्मेदशिखर संबंधमां दिगंबर
जैनसमाजना संपूर्ण हक्को जळवाय ते रीते बिहार सरकार अने दिगंबर जैनो वच्चे
करार थई गया छे. आ संबंधी तारतीर्थक्षेत्र कमिटि सोनगढ (ता. १०–८–६६ना
रोज) आव्यो हतो. अने आ शुभ समाचारथी प्रसन्नता व्यक्त करतो जवाब संस्था
तरफथी मोकलवामां आव्यो हतो.
पाठकोना ध्यानमां हशे के थोडा वखत अगाउ बिहार सरकारे बिहारमां आवेला
आपणा महान तीर्थंराज श्री सम्मेदशिखरजी संबंधमां दिगंबर जैन समाजने साथे
राख्या वगर एकला श्वेतांबर जैन समाजनी साथे करार कर्या हता: आथी
भारतभरना दिगंबर जैन समाजनी लागणी दुभायेली ने भारतना चारे खुणेथी ए
एकपक्षी करारनो विरोध थयो. दिल्हीमां एक लाख जेटला दि. जैनोनुं अभूतपूर्व
सरघस वडाप्रधान शास्त्रीजी पासे गयेलुं. आखरे दिगंबर जैन समाजना संपूर्ण हक्कोनुं
रक्षण थाय एवा करार बिहार सरकारे कर्या छे. आ माटे दि. जैनतीर्थक्षेत्र कमिटिनी
कार्यवाही प्रशंसनीय छे. (जिज्ञासुओ जाणता हशे के आपणी संस्थाना माननीय प्रमुख
श्री नवनीतभाई झवेरी पण तीर्थक्षेत्रकमिटिना एक सभ्य छे.)
विशेषमां, तीर्थक्षेत्र कमिटिनो सन्देश जणावे छे के केसरियाजीना जिनमंदिर
संबंधी कानुनी कारवाई चाली रही छे; श्वेतांबर भाईओ द्वारा जे कमिटि रचवामां
आवी हती ते कोर्ट द्वारा अटकावी देवामां आवी छे. आमां सफळता मळे अने योग्य
समाधान थाय एम आपणे ईच्छीए.
जय सम्मेदशिखर! जय आदिनाथ!
श्रावण सुद सातमनो दिवस भारतभरमां तेमज सोनगढमां “सम्मेदशिखर दिन
तरीके उजवायो. ते दिवसे सर्वत्र सम्मेदशिखरजी तीर्थंना पूजन–भक्ति वगेरे थया.
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श्री दिगंबर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती प्रकाशक अने
मुद्रक:– अनंतराय हरिलाल शेठ, आनंद प्रिन्टींग प्रेस. भावनगर