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पोस्टकार्डमां लखजो, तेथी साथे सभ्य नंबर तथा सरनामुं लखजो. बीजुं कांई तेमां न
लखशे; बीजुं लखवुं होय तो जुदा पत्रमां लखशो. जेमने नवा सभ्य थवानुं होय तेओ
पोतानुं नाम–सरनामुं, उमर, अभ्यास तथा जन्मदिवस एटली विगत लखीने (आत्मधर्म
बालविभाग, सोनगढ सौराष्ट्र) ए सरनामे मोकली आपे. सभ्य थवा माटे कांई फी होती
नथी; तमे सौ आनंदथी धर्ममां रस ल्यो ए ज फी छे.
घणीवार जई आव्यो; तो हवे ए चार गतिथी जुदी पांचमी एक सरस मजानी
गति छे, जे गतिमां जवानुं आपणने बहु गमे छे,–ते गति शोधी काढो.
ओळखो छो? केवो सरस मजानो
भद्रिक एनो चहेरो छे! ए कोण
छे? ने शुं करे छे? ते जाणीने
तमने घणो ज आनंद थशे. तमे
एने ओळखी लेजो. नहितर
आवता अंकमां नानकडी कथाद्वारा
तेनी ओळखाण करावीशुं.