ATMADHARMA Regd. No. 182
श्री जिनबिंब–प्रतिष्ठामहोत्सव माटे तेमज सम्मेदशिखरजी
तीर्थधामनी यात्रा माटे पू. गुरुदेवना प्रवासनी रूपरेखा नीचे मुजब
विचारवामां आवी छे–
* सोनगढथी कारतक वद तेरसे अमदावाद (डीसेम्बर ता. १० थी
१३), त्यारपछी वडोदरा अने मींयागाम थईने मागशर सुद प
थी ११ (ता. १६ थी २३) आठदिवस पालेज, –त्यांना
जिनमंदिरने दश वर्ष पूरा थाय छे. पालेजथी अमदावाद थईने
पुन: सोनगढ–मागसर सुद १३.
* पोष सुदमां सोनगढथी प्रस्थान करीने, महावद दशमे जयपुर
पहोंचशे. वच्चे जसदणमां वेदीप्रतिष्ठा (पोष वद पांचमथी
आठम); मोटा आंकडिआमां पंचकल्याणक प्रतिष्ठा (पोष वद ९
थी माह सुद एकम) हिंमतनगरमां पंचकल्याणक प्रतिष्ठा (माह
सुद ३ थी ११); पछी आबु रस्ते थई सायला (राजस्थान) मां
वेदीप्रतिष्ठा करी, वच्चेना गामो थईने जयपुर माह वद दशमे
पहोंचशे; ने फागण सुद बीज सुधी बिराजशे. त्यां वेदीप्रतिष्ठा
तथा पं. टोडरमल्लजी–स्मारकभवननुं उद्घाटन छे. त्यारबाद
अल्वर अने दिल्ही (फागण सुद ४ थी ७) थईने, रस्ताना
गामो थईने फागण सुद तेरसे परम तीर्थधाम सम्मेदशिखरजी
(मधुवन) मां पहोंचशे; ने दश वर्षे फरीने ए शाश्वत
तीर्थधामनी भक्तिभीनी यात्रा थशे.
श्री दिगंबर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट वती प्रकाशक अने
मुद्रक: हरिलाल देवचंद शेठ, आनंद प्रिन्टींग प्रेस: भावनगर