Atmadharma magazine - Ank 281
(Year 24 - Vir Nirvana Samvat 2493, A.D. 1967)
(Devanagari transliteration).

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: फागण : २४९३ आत्मधर्म : ३३ :
अमे जिनवरनां संतान: (बालविभागना नवा सभ्यो)
१७९प राजेशकुमार कीर्तीकान्त जैन मुंबई–९२ १८१० रंजन शान्तीलाल जैन चलाल
१७९६ विरेनकुमार कीर्तीकान्त जैन मुंबई–९२ १८११ मधुकांत शान्तीलाल जैन चलाल
१७९७ दिलीपकुमार कान्तीलाल जैन अमदावाद १८१२ हंसाबेन शान्तीलाल जैन चलाल
१७९८ कमलेशभाई नौतमलाल जैन कलकता १८१३ हरषदा शान्तीलाल जैन चलाल
१७९९ मीलनकुमार नौतमलाल जैन कलकता १८१४ वसंतराय कनैयालाल जैन मुंबई
१८०० संजयकुमार नौतमलाल जैन कलकता १८१प लीनादेवी कनैयालाल जैन मुंबई
१८०१ मुकुंदराय चुनीलाल जैन सोनगढ १८१६ प्रकाशचंद कनैयालाल जैन मुंबई
१८०२ अकलंक चुनीलाल जैन सोनगढ १८१७ भरतदेव कनैयालाल जैन मुंबई
१८०३ बाबुलाल वाडीलाल जैन सलाल १८१८ चैतन्यकुमार कनैयालाल जैन मुंबई
१८०४ ईलाबेन ब्रिजलाल जैन पूना १८१९ हसमुखलाल चंदुलाल जैन नीकोडा
१८०प रीटा रमणीकलाल जैन मुंबई–८० १८२० शैलाबेन हीरालाल जैन महुवा
१८०६ चेतन रमणीकलाल जैन मुंबई–८० १८२१ भारतीबेन हीरालाल जैन महुवा
१८०७ अरवींदकुमार चंदुलाल जैन मोढुका १८२२ अनीलकुमार हीरालाल जैन महुवा
१८०८ प्रवीणचंद साकरलाल जैन प्रांतीज १८२३ मलपंती वसंतराय जैन मुंबई–७७
१८०९ अंजना शान्तीलाल जैन चलाल
सुरेन्द्रनगरमां जैन पाठशाळानुं उद्घाटन
सुरेन्द्रनगरमां स्व. भाई श्री चंदुलाल फूलचंद शाहना स्मरणनिमित्ते जैन
पाठशाळा चालु थयेल छे, जेनुं उद्घाटन ता. १४–२–६७ ना रोज थयुं हतुं; ने
आ पाठशाळामाटे अगाउ फूलचंद चतुरभाई तरफथी रूा. प००१) आपेल ते
उपरांत बीजा रूा. प००१) उद्घाटनप्रसंगे आपेल छे. जैनपाठशाळाना विद्यार्थी
बंधुओ आनंदपूर्वक धार्मिक अभ्यास करे ने पाठशाळा उन्नति पामे एवी
शुभेच्छा. गामेगामना जैनसंघोए आनुं अनुकरण करीने वहेलामां वहेली तके
पाठशाळा चालु करवी जोईए. बाळकोने धार्मिक संस्कार आपवा माटे
पाठशाळानी खूब आवश्यकताछे.