Atmadharma magazine - Ank 283
(Year 24 - Vir Nirvana Samvat 2493, A.D. 1967)
(Devanagari transliteration).

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पार्श्वनाथ भगवान (सम्मेदशिखर–मधुवन)
तंत्री: जगजीवन बावचंद दोशी * संपादक: ब्र. हरिलाल जैन
वीर सं. २४९३ वैशाख (लवाजम: त्रण रूपिया) वर्ष २४: अंक ७