Atmadharma magazine - Ank 285
(Year 24 - Vir Nirvana Samvat 2493, A.D. 1967)
(Devanagari transliteration).

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बे....चित्रो
नीचे आपेल चित्रमां भगवान छे, ते कया भगवान छे? अने
हाथ जोडीने एक मुनि ऊभा छे ते कोण छे? धोडेसवार राजकुमारोने
शुं कहे छे? ने आ राजकुमारो कोण छे? ते ओळखी काढो.
नीचेना चित्रमां एक सरस मजाना तीर्थधामनुं द्रश्य छे; त्यां
एक तीर्थंकर भगवाननुं जन्मधाम छे. एक उत्तम दिवसे हालमां
गुरुदेव साथे आपणे ते तीर्थनी यात्रा पण करी आव्या...ने ते
दिवसे सांजे वरसाद पण आव्यो हतो.–याद करो ए तीर्थधामने!