Atmadharma magazine - Ank 300
(Year 25 - Vir Nirvana Samvat 2494, A.D. 1968)
(Devanagari transliteration).

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: ३२ : आत्मधर्म : आसो : २४९८
पाठशाळा चालु छे
अमने जणावतां हर्ष थाय छे के
मुंबई, दादर वींछीया, सुरेन्द्रनगर,
फतेपुर, अमदावाद वगेरे गामोमां जैन
पाठशाळा चालु होवाना समाचार मळ्‌या
छे, ने दरेक ठेकाणे बाळको सारी संख्यामां
उत्साहथी भाग लई रह्या छे. बीजा
केटलाक गामोमां (राजकोट–मोरबी
वगेरेमां) पाठशाळा चालु करवानो
प्रयास चाली रह्यो छे. एवी जागृती
करीए के गामेगाम प्राचीनयुगनी माफक
बाळकोना गुंजारवथी पाठशाळाओ
शोभती होय...ने जीव–अजीवनी
भिन्नतानी घरे घरे चर्चा थती होय.
जरूर छे
जैन संस्कारो माटे जेटली जरूर
जिनमंदिरनी छे एटली ज जरूर
जैनपाठशाळाओनी छे.
जैन पाठशाळा एटले ज्ञाननी
परब....ते जल्दी खोलो अने तृषातुर–
बाळकोनी तृषा छीपावो. आपना गाममां
जैन पाठशाळा सत्त्वरे चालु करो.
छ द्रव्य
जीव पहेलो, पुद्गल बीजुं,
त्रीजुं धर्मास्ति, चोथुं छे अधर्म ने
पंचम तो आकाश; काळने छठ्ठुं
जाणजो, एवां आ छ द्रव्य, ए
द्रव्योने जाणतां साची श्रद्धा थाय.
विश्वमहीं छ द्रव्य आ श्री सर्वज्ञे कहेल;
बालविभागना बाळने मोढे करवा सहेल.
(अस्मिताबेन, जैन बोटाद)
वैराग्य समाचार
* गत वैशाख वद एकमना रोज भावनगरना बाबुभाई मनमोहनदास गांधी
सेल्वास मुकामे स्वर्गवास पाम्या छे. (गतांकमां आ समाचार छापवानुं भूलथी रही गयुं हतुं.)
* राजकोट मुकामे भाईश्री छगनलाल देवचंद महेता (ते मगनलाल सुंदरजीना
भत्रीजा) भादरवा वदी बीजना रोज स्वर्गवास पाम्या छे.
* बोटादना श्री मणीबेन गांधी (ते समताबेनना मातुश्री) भादरवा सुद १०
ना रोज माटुंगा मुकामे स्वर्गवास पाम्या छे.
* राशंगपुर (जामनगर) ना भाईश्री वेलजी भीमजी हरीया नाईरोबी
(आफ्रिका) मुकामे ता. १७–९–६८ ना रोज स्वर्गवास पाम्या छे.
–स्वर्गस्थ आत्माओ अवारनवार गुरुदेवना दर्शननो लाभ लेता हता. देव–
गुरु–धर्मनी छायामां तेओ आत्महित पामो.
पूजारीनी जरूर छ
* सुरेन्द्रनगरमां दि० जिनमंदिर माटे एक वणिक पूजारीनी जरूर छे... पगार
योग्यता मुजब; जेमने रहेवानी ईच्छा होय तेमणे नीचेना सरनामे तपास करवी.
दोशी लल्लुभाई धनजीभाई (ट्रस्टी) ठे० ध्रांगध्रा उतारा सामे, सुरेन्द्रनगर