: चैत्र : २४९प आत्मधर्म : ३९ :
फागण वद बीजनी सवारमां निर्वाणकल्याणक उत्सव थयो; कैलासगिरि उपर
ऋषभजिनवरने नीहाळ्या....सिद्धिधाम कैलासगिरि नीहाळ्युं. आ रीते जैनशासननो उद्योत
करनार पंचकल्याणक महापूजनमहोत्सव आनंदपूर्वक पूर्ण थयो......धन्य बन्युं
रणासण...ने धन्य बन्या त्यांना भक्तिो.
प्रतिष्ठित थयेला जिनबिंबोने त्रिशिखरमंडित नुतन जिनालयमां बिराजमान
करवा माटे धामधूमथी जिनमंदिरे तेडी गया; ने साडाआठ वागतां कहानगुरुना हस्ते
जिनेन्द्रभगवंतोनी वेदीप्रतिष्ठा थई. मूळनायक आदिनाथ भगवानने बिराजमान
करवानो लाभ शेठ श्री छोटालाल वीरचंद तथा सोमचंद पुनमचंद शाहने मळ्यो हतो.
आजुबाजुमां महावीर भगवान तथा शीतलनाथ भगवानने बिराजमान कर्या हता.
अगाउ जुना जिनमंदिरमां जे प्रतिमाओ हता तेमने पण नुतन जिनमंदिरमां बाजुनी बे
वेदी उपर पुन: बिराजमान कर्या; तथा जिनवाणीनी स्थापना थई. पछी त्रण शिखर उपर
कळश अने ध्वज चडतां जैनधर्मना जयजयकारथी गगन गूंजी ऊठ्युं हतुं.
आजे भगवानना दर्शन करवा माटे अने जिनेन्द्रदेवनी भव्य रथयात्रा नीहाळवा
चारेकोरना गामडाओमांथी हजारो लोको ऊभराया हता; पगपाळा चालीने तेमज
गाडेगाडां अने ट्रेकटरो भरीभरीने माणसो रणासणमां ठलवाता हता.....अने भीड तो
एवी जामी हती के मुंबईना भुलेश्वरनी भीडनेय भूलावी द्ये. जिनमंदिर अने उत्सव
संबंधी पांचेक लाखनुं खर्च अने एथी वधु ऊपज थई हती.
ईन्दोरथी भैयासाहेब राजकुमारसिंहजी, गुलाबचंदजी टोंग्या, देवकुमारजी तथा
रत्नलालजी शेठ, प्रमुखश्री नवनीतभाई वगरे पण आ प्रसंगे आव्या हता. मक्षीजीमां
थयेला नवीन दिगंबर जिनालय माटे पार्श्वनाथ प्रभुना साडाचार फूट जेवडा भव्य मनोज्ञ
प्रतिमाजी अहीं प्रतिष्ठा माटे आवेला; आ प्रतिमाजीनी वेदीप्रतिष्ठा वैशाख वद ७ना रोज
मक्षीमां थवानी छे. ते माटे त्यांना ट्रस्टीओ तेमज मध्यप्रदेशना अनेक महानुभावो सहित
राजकुमारसिंहजीए गुरुदेवने मक्षीजी पधारवा विनति करी–जेनो गुरुदेवे स्वीकार करवाथी
मध्यप्रदेशना मुमुक्षुओने घणी प्रसन्नता थई हती. बपोरना प्रवचन बाद भगवाननी भव्य
रथयात्रा नीकळी हती....नगरमां फरती ए रथयात्रा हजारो दर्शकोने अद्भुत आनंदमंगळमां
गरकाव करती हती. जैनधर्मनो आवो प्रभाव देखीने सौने हर्ष थतो हतो. पंडित श्री
बंसीधरजी अने पं. कैलासचंद्रजीए गुरुदेवनो आवो प्रभाव अने जैनधर्मनी प्रभावना
देखीने प्रसन्नता व्यक्त करी हती. बे हजारनी वसतीवाळा आ गाममां उत्सवना अंतिम
दिवसे वीसहजार जेटला दर्शनार्थीओनो मळो भरायो होवानो अंदाज छे. ए