: १२ : आत्मधर्म : जेठ : २४९प
मानस्तंभना प्रतिष्ठा महोत्सवनी फिल्मद्वारा ए वखतना पावन प्रसंगो फरीफरीने
निहाळतां सौने घणो हर्ष थतो हतो.
त्यारबाद तुरत मुंबई–दादरमां शेठश्री नवनीतलालभाई झवेरीना हस्ते
जिनमंदिरनुं (जेमां समवसरणनी पण रचना छे तेनुं) शिलान्यास थयुं. आ प्रसंगे
मुंबईना मुमुक्षुओने घणो ज आनंद हतो. आ ज अरसामां जोरावरनगर तथा
दहेगांवमां पण दि. जिनमंदिरना शिलान्यास थया. आ वर्षे गुरुदेवनो वैशाख सुद
बीजनो (७३मो) जन्मोत्सव राजकोट शहेरमां उजवायो हतो. अनेक शहेरना
जैनसमाज हवे सोनगढनी–गुरुदेवनी–उपदेशशैलीने अनुसरवा लाग्या छे, गुरुदेवनी
अध्यात्मरसझरती वीतरागताप्रेरक आत्मप्रधान उपदेशशैली पासे बीजा उपदेश तेमने
नीरस जेवा लागे छे. एटले पर्युषण जेवा विशेष तहेवारोमां सोनगढथी कोई भाईने
वांचन माटे बोलावे छे. आ प्रकारनी मागणी वधु ने वधु गामोथी आवती जाय छे.
सोनगढनी अध्यात्मशैलीथी सौ प्रभावित थाय छे.
सौराष्ट्र–गुजरातने मध्यप्रदेशमां विहार
लाठी शहेरमां जन्मोत्सव; भोपाल शहेरमां प्रतिष्ठा–महोत्सव
सं. २०१९मां फागण मासमां फरीने गुरुदेवनो मंगलविहार सौराष्ट्र–गुजरात
अने मध्यप्रदेशमां थयो. ते दरमियान लाठी शहेरमां गुरुदेवनो ७४मो जन्मोत्सव अति
उत्साहपूर्वक उजवायो. लाठीमां आ जन्मोत्सव वखते गुरुदेवना स्वागतजुलूसमां
चालतां चालतां मुंबईना प्रमुखश्री अने मंत्री वगेरे साथे, आगामी जन्मोत्सव (हीरक
महोत्सव) मुंबईमां उजवाय ते वखतना उल्लासनी वातचीत थई तथा ते प्रसंगे
अभिनंदनग्रंथ बहार पाडवानी आ लेखकनी भावना तेमनी पासे रजु करी....ए
महान कार्य मुंबईना उत्साही मंडळथी ज थई शके तेम हतुं; आ बधी वातचीतथी ते
जन्मोत्सवना सरघसमां ज हीरकजयंती–अभिनंदनग्रंथना पाया रोपाया. लाठीमां ए
जन्मोत्सव बहु उत्साहथी उजवायो हतो, जिनमंदिरना नवा शिखरनी प्रतिष्ठानो
उत्सव पण साथे ज हतो.
त्यारबाद वैशाखमां जोरावरनगरमां (रूा. ६प, ०००ना खर्चे तैयार थयेला)
नवा दि. जिनमंदिरमां पंचकल्याणक प्रतिष्ठानो भव्य महोत्सव थयो. जोरावरनगर
जेवा नाना गाममां पण आवो मोटो महोत्सव गुरुदेवना प्रतापथी उजवायो, ए