भावनगरमां वैशाख सुद बीजे जन्मजयंति प्रसंगे कवि दूलाभाईकागना
पुत्र श्री रामभाई तथा तेमना साथीदार भक्ति–दोहानी रमझट बोलावी रह्या छे.
वैशाख सुद बीजे भावनगरना महाराजा श्री वीरभद्रसिंहजी
प्रवचन पछी गुरुदेव समक्ष प्रसन्नता व्यक्त करी रह्या छे. गुरुदेव
कहे छे के तमारा पिताश्री (कृष्णकुमारसिंहजी) सोनगढ आव्या त्यारे
पण आ ज वात करी हती.