Atmadharma magazine - Ank 344
(Year 29 - Vir Nirvana Samvat 2498, A.D. 1972)
(Devanagari transliteration).

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अहा गुरुदेव! आपनी मंगल बीजे अमारामां भेदज्ञानीबीज
ऊगाडी..... आप ज्ञानबीज वडे केवळज्ञानपूर्णिमाने
बोलावी रह्या छो...... मात्र चार भवमां अनंत
आनंदसहित ए पूनज ऊगशे ने जगतना
जीवोने ज्ञानप्रकाशथी पावन करशे.
वीर सं. २४९८ जेठ (लवाजम: चार रूपिया) वर्ष २९: अंक ८