Atmadharma magazine - Ank 378
(Year 32 - Vir Nirvana Samvat 2501, A.D. 1975)
(Devanagari transliteration).

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श्री जिनेन्द्रदेवनुं धर्मचक्र जगतनुं कल्याण करो
हे वीरनाथ भगवान! आपना वीतरागीशासनना प्रतापे
भरतक्षेत्रना भव्यजीवोमां आजे पण धर्मचक्र चाली रह्युं छे.
श्री महावीरजन्मोत्सव अंक
श्री महावीरजन्मोत्सव अंक
तंत्री: पुरुषोत्तमदास शिवलाल कामदार * संपादक: ब्र. हरिलाल जैन
वीर सं. २५०१ चैत्र (लवाजम: छ रूपिया) वर्ष ३२: अंक–६